Posted By Boby Bhati
Farmer News : किसान संघर्ष मोर्चा के तहत किसान सभा और किसान एकता संघ के नेतृत्व में एनपीसीएल के खिलाफ प्रस्तावित 24 फरवरी का धरना प्रदर्शन अब 27 फरवरी को होगा। पहले इस प्रदर्शन को पक्का मोर्चा घोषित किया गया था, जिसके बाद जिला प्रशासन सक्रिय हुआ।
खेड़ी मामले को लेकर अधिकारी ने किसानों से की एक घंटे बात
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एडीएम प्रशासन मंगलेश ने बिजली कंपनी एनपीसीएल के अधिकारियों और किसान संगठनों के पदाधिकारियों के साथ लगभग एक घंटे तक बातचीत की। किसान सभा के जिलाध्यक्ष डॉ. रुपेश वर्मा ने बताया कि प्रशासन ने ग्रामीणों की बिजली संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए 27 फरवरी तक का समय मांगा है। एनपीसीएल के अधिकारियों ने खेड़ी गांव में 27 जनवरी को संत राज के साथ मारपीट करने वाले कर्मचारियों को निलंबित करने पर सहमति जताई है।
किसानों की मुख्य समस्याएं
- एनपीसीएल द्वारा ग्रामीणों पर 15,000 से अधिक बिजली चोरी के मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
- अनियमित और गलत बिलिंग की शिकायतें बढ़ रही हैं।
- कंपनी के कर्मचारी जबरन मीटर लगाने और ग्रामीणों पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे भारी आक्रोश है।
अब की बार निर्णायक लड़ाई होगी – सोरन प्रधान
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किसान एकता संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोरन प्रधान ने कहा, “अब की बार यह निर्णायक लड़ाई होगी। बिजली कंपनी बार-बार वादे करके पीछे हट जाती है, लेकिन अब ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। यदि 26 फरवरी तक समाधान नहीं हुआ, तो 27 फरवरी को पक्का मोर्चा लगाया जाएगा और बड़ा प्रदर्शन होगा।”
इस बैठक में किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर, मुकेश खेड़ी, डॉ. जगदीश, अजीत एडवोकेट, जोगिंदर प्रधान, अशोक भाटी और सुशील सुनपुरा सहित कई पदाधिकारी शामिल रहे।